चर्चा में क्यों है ?
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा 01 फरवरी 2021 को प्रस्तुत आम बजट प्रस्तुत करते हुए , पूरक पोषण कार्यक्रम (Supplementary Nutrition Programme) और पोषण अभियान का विलय करते हुए मिशन पोषण 2.0 (Mission Poshan 2.0) की शुरुआत की गयी ।
मिशन पोषण 2.0 : एक नजर में
- इस योजना के अंतर्गत पोषक तत्वों को बढ़ाने के साथ-साथ इनकी आपूर्ति, पहुंच एवं परिणाम को बेहतर करने के लिए सरकार ने पूरक पोषण कार्यक्रम और पोषण अभियान का आपस में विलय कर दिया है।
- यह मिशन 112 ‘एस्पिरेशनल डिस्ट्रिक्ट्स’ में पोषण परिणामों को बेहतर करने के लिए अपनाया गया है ।
- इस अभियान का क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।
राष्ट्रीय पोषण मिशन :
- यह मिशन वर्ष 2018 में प्रधानमंत्री द्वारा राजस्थान के झुंझुनू से शुरू किया गया।
- इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य बच्चों, गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए पोषण संबंधी परिणामों में सुधार करना है।
- राष्ट्रीय पोषण मिशन (National Nutrition Mission) नीति आयोग द्वारा तैयार की गई राष्ट्रीय पोषण रणनीति (National Nutrition Strategy) द्वारा समर्थित है। इस रणनीति का उद्देश्य वर्ष 2022 तक भारत को कुपोषण से मुक्त करना है।
राष्ट्रीय पोषण मिशन का उद्देश्य एवं लक्ष्य :
- 0-6 वर्ष के बच्चों में ठिगनेपन से बचाव एवं इसमें कुल 6 प्रतिशत,(प्रतिवर्ष 2% की दर से) कमी लाना।
- 0 से 6 वर्ष के बच्चों का अल्प पोषण से बचाव एवं इसमें कुल 6 प्रतिशत,( प्रतिवर्ष 2% की दर से) कमी लाना ।
- 6 से 59 माह के बच्चों में एनीमिया के प्रसार में कुल 9 प्रतिशत( प्रति वर्ष 3% की दर से) कमी लाना ।
- 15 से 49 वर्ष की किशोरियों, गर्भवती एवं धात्री माताओं में एनीमिया के प्रसार में कुल 9 प्रतिशत( प्रति वर्ष 3% की दर से कमी लाना)
- कम वजन के साथ जन्म लेने वाले बच्चों की संख्या में कुल 6 प्रतिशत( प्रतिवर्ष 2% की दर से) कमी लाना ।
मिशन पोषण 2.0 के लाभ क्या हैं ?
- इस योजना से देश के बच्चे और गर्भवती महिलाओं को पोषण युक्त भोजन उपलब्ध करवाया जाएगा जिससे उन्हें कुपोषण से बचाया जा सके।
- सतत विकास लक्ष्य -2 (Sustainable Development Goal-2) जिसका लक्ष्य है कि 2030 तक तक कुपोषण को हर रूप में मिटाना (Zero Hunger), को हासिल करने में मदद मिलेगी ।
- महिलाओं और बच्चों को कुपोषण से बचाने में सहायता मिलेगी तथा मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।
मिशन पोषण 2.0